बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शिक्षाशास्त्र - शैक्षिक आकलन बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शिक्षाशास्त्र - शैक्षिक आकलनसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शिक्षाशास्त्र - शैक्षिक आकलन - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 7
अभिक्षमता
(Aptitude)
प्रश्न- अभिक्षमता क्या है? परिभाषा भी दीजिए तथा अभिक्षमता कितने प्रकार की होती है? अभिक्षमता की विशेषताएँ क्या हैं?
अथवा
अभिक्षमता का अर्थ दीजिए।
अथवा
अभिक्षमता कितने प्रकार की होती है?
अथवा
अभिक्षमता की क्या विशेषताएँ हैं?
उत्तर-
अभिक्षमता मानव दक्षता का एक प्रमुख अंश है। अभिक्षमता किसी खेल विशेष कौशल का ज्ञान प्राप्त करने की क्षमता को अभिक्षमता कहते हैं। फ्रीमैन ने अभिक्षमता को परिभाषित करते हुए कहा है कि - "गुणों या विशेषताओं के एक ऐसे संयोग से होता है जिससे विशिष्ट ज्ञान तथा संगठित क्षमता का पता चलता है, अभिक्षमता कहा जाता है।
अभिक्षमता का अर्थ - दिन-प्रतिदिन के जीवन में प्रायः विभिन्न व्यक्तियों तथा अध्यापकों, अभिभावकों, प्रशासकों, अधिकारियों, समीक्षकों आदि को कहते सुना जा सकता है कि अमुक छात्र या छात्रा को संगीत में योग्यता प्राप्त है, अमुक छात्र नाचने में तेज है अथवा अमुक बालक जन्म से ही विज्ञान या साहित्य पढ़ने का शौकीन है। एक साधारण व्यक्ति के लिए यह सब ईश्वरीय देन या वरदान है, किन्तु मनोवैज्ञानिक के लिए यह अभिक्षमता है। अतः अभिक्षमता किसी एक क्षेत्र या समूह में व्यक्ति की कार्यकुशलता की विशिष्ट योग्यता अथवा विशिष्ट क्षमता है। अतः अभिक्षमता किसी व्यक्ति की उस तत्परता, योग्यता, क्षमता या रुझान से है जो किसी कार्य या व्यवसाय में भावी सफलता पाने हेतु आवश्यक होती है तथा जिसका प्रस्फुटन शिक्षा एवं अभ्यास के द्वारा होता है। ऐसी प्रतिभा, योग्यता या क्षमता जन्मजात होती है। अतः अभिक्षमता मापन का मुख्य उद्देश्य बालक की छिपी हुई या अप्रत्यक्ष योग्यताओं को पहचानकर उसे उचित पर्यावरण प्रदान करना है जिससे बालक या व्यक्ति को उसकी अभिक्षमताओं एवं रुचि के आधार पर शिक्षा दी जाये।
अभिक्षमता की परिभाषाएँ - अभिक्षमता को परिभाषित करने हेतु विभिन्न मनोवैज्ञानिकों ने अपनी-अपनी परिभाषाएँ दी हैं जो निम्नलिखित हैं
(1) विंघम के अनुसार- “किसी विशिष्ट प्रशिक्षण के उपरान्त दिये गये क्षेत्र में कुछ ज्ञान कौशल या प्रतिक्रियाओं के समुच्चय को अर्जित करने की किसी व्यक्ति की योग्यता को लाक्षणिक रूप से व्यक्त करने वाली विशेषता अथवा दशाओं का समुच्चय अभिक्षमता है।"
दूसरे शब्दों में- "अभिक्षमता से हमारा तात्पर्य व्यक्ति के उस तत्परता अथवा रुझान से है जो किसी पेशे या कार्य में भारी सफलता पाने हेतु आवश्यक होती है तथा जिसका प्रस्फुटन शिक्षा एवं अभ्यास के द्वारा होता है।"
(2) फ्रीमैन के शब्दों में- "अभिक्षमता ऐसी विशेषताओं के समूह का द्योतक है जो (प्रशिक्षण के उपरान्त) किसी विशिष्ट ज्ञान, कौशल या संगठित प्रतिक्रियाओं के समुच्चय को अर्जित करने की व्यक्ति की योग्यता का द्योतक है। जैसे भाषा बोलने, संगीतकार बजने यान्त्रिक कार्य करने की योग्यता"। एप्टीट्यूड शब्द 'एप्टोस' से लिया गया है जिसका अर्थ है 'के लिए 'उपयुक्त'। बहुत बार अभिक्षमता को क्षमता, प्रवीणता आदि जैसे शब्दों का पर्यायवाची शब्दों के रूप में उपयोग किया जाता है।
( 3 ) ट्रैक्सलर के अनुसार- "अभिक्षमता एक शर्त है, एक गुणक्ता या गुणों का एक समूह है जो सम्भावित सीमा तक इंगित करता है कि कोई व्यक्ति उपयुक्त प्रशिक्षण, कुछ ज्ञान, समझ या कौशल के तहत प्राप्त करने में सक्षम हो सकता है।'
English and English (1958) - ने इस शब्द को "पर्याप्त मात्रा में प्रदत्त प्रशिक्षण के साथ प्रवीणता हासिल करने की क्षमता के रूप में परिभाषित किया।"
शिक्षाशास्त्र के शब्दकोश में-अभिक्षमता को किसी व्यक्ति के प्रशिक्षण (आमतौर पर निर्दिष्ट), ज्ञान, कौशल या अनुक्रियाओं के समूह के साथ प्राप्त करने की क्षमता के लक्षण के रूप में परिभाषित किया गया है। जैसा की बोलने की क्षमता, भाषा, संगीत, उत्पन्न करना।'
अभिक्षमता की विशेषताएँ- विंघम ने अभिक्षमता की पाँच प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख किया है-
(1) किसी व्यक्ति की वर्तमान अभिक्षमता उसके वर्तमान गुणों का एक ऐसा समुच्चय है जो उसकी भावी क्षमताओं की ओर संकेत करता है।
(2) किसी व्यक्ति की अभिक्षमता किसी कार्य को करने में उसकी समुपयुक्तता को व्यक्त करती है।
(3) अभिक्षमता किसी मूर्त वस्तु या योग्यता का नाम न होकर एक अमूर्त संज्ञा है जो व्यक्ति के सम्पूर्ण व्यक्तित्व की ओर संकेत करती है।
(4) वर्तमान वस्तु स्थिति होने पर भी अभिक्षमता का निर्देश भविष्य की ओर होता है। यह क्षमताओं की प्रतीक होती है।
(5) अभिक्षमता की रुचि, योग्यता एवं सन्तुष्टि में घनिष्ठ सम्बन्ध होता है।
इसके अतिरिक्त सुपर ने अभिक्षमता की विशेषताओं में विशिष्टता, एकात्मक रचना, सीखने की सुविधा एवं स्थिरता को महत्व दिया है। अभिक्षमता के जन्मजात एवं अर्जित होने के सम्बन्ध में विंघम का विचार है कि किसी भी अभिक्षमता के विकास में जन्मजात एवं अर्जित गुणों के मध्य परस्पर सम्बन्ध होता है।
विंघम के अनुसार अभिक्षमता की 3 प्रमुख मान्यताएँ हैं-
1. किसी व्यक्ति में समस्त अभिक्षमताएँ सामान्य रूप से विकसित नहीं होती बल्कि उनमें असमानता का होना स्वाभाविक है। किसी भी व्यक्ति की सर्वश्रेष्ठ एवं निकृष्टतम अभिक्षमताओं में अत्यधिक अन्तर होता है।
2. अभिक्षमताओं में वैयक्तिक भिन्नता पायी जाती है। किन्हीं भी दो व्यक्तियों की अभिक्षमताओं में अन्य शीलगुणों की भाँति अन्तर होना स्वाभाविक है।
3. यदि अभिक्षमता स्थिर होती है फिर भी इनमें कभी-कभी कुछ परिवर्तन आ जाता है जो कृत्रिम एवं असार्थक होता है।
अभिक्षमता के प्रकार
मुख्य रूप से अभिक्षमता परीक्षणों को दो भागों में विभक्त किया जा सकता है-
1. सामान्य या भेदक अभिक्षमता परीक्षणै - इस प्रकार के परीक्षण मुख्य रूप से माला प्रकार (Battery type) के होते हैं क्योंकि इनमें एक ही परीक्षण के आधार पर विभिन्न योग्यताओं का मापन किया जाता है। अन्य शब्दों में, इस प्रकार के परीक्षणों में एक ही परीक्षण में अनेक उप-परीक्षण होते हैं तथा प्रत्येक उप-परीक्षण किसी न किसी मात्रा में किसी विशिष्ट अभिक्षमता का मापन करता है। इस प्रकार के परीक्षणों को मुख्य रूप से चार भागों में बाँटा जा सकता है-
(i) दृष्टि एवं श्रवण सम्बन्धी परीक्षण,
(ii) पेशीय एवं हस्तश्रम सम्बन्धी परीक्षण,
(iii) यान्त्रिक योग्यता वाले परीक्षण,
(iv) लिपिक अभिक्षमता परीक्षण।
2. विशिष्ट क्षेत्रों के अभिक्षमता परीक्षण - इन परीक्षणों में मुख्यता वे परीक्षण सम्मिलित होते हैं जो शिक्षा एवं व्यवसाय के विशिष्ट क्षेत्रों जैसे संगीत, कला, चिकित्सा, कानून, इन्जीनियरिंग, विज्ञान आदि का मापन करते हैं। इन परीक्षणों के माध्यम से व्यक्ति में निहित विशिष्ट योग्यताओं के सम्बन्ध में ज्ञात होता है। विभिन्न क्षेत्रों के मापन वाले अभिक्षमता परीक्षणों को निम्न की भाँति प्रस्तुत किया जा सकता है-
1. |
संगीत | (i) सीशोर संगीत योग्यता परीक्षण (ii) ड्रेक संगीत अभिक्षमता परीक्षण (iii) अलफियर संगीत उपलब्धि परीक्षण |
2. |
कला | (i) ग्रेव डिजाइन निर्णय परीक्षण (ii) मायर वाला निर्णय परीक्षण (iii) नोवर कला योग्यता परीक्षण (iv) होर्न वाला अभिक्षमता सूची |
3. |
चिकित्सा | (i) मेडिकल कालेज दाखिला परीक्षण |
4. |
कानून | (i) कानून कालेज दाखिला परीक्षण |
5.. |
अध्यापन | (i) राष्ट्रीय शिक्षक परीक्षाएँ |
6. |
विज्ञान एवं तकनीक - | (i) स्टैण्डर्ड विज्ञान अभिक्षमता परीक्षण (ii) इन्जीनियरिंग अभिक्षमता परीक्षण (iii) मिनीसोटा इन्जीनियरिंग अभिक्षमता परीक्षण |
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- प्रश्न- शिक्षा में मापन के अर्थ एवं विशेषताओं की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- मापन का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शैक्षिक मापन की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मापन की उपयोगिता एवं महत्त्व पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- शिक्षा के क्षेत्र में मूल्यांकन की अवधारणा एवं अर्थ को स्पष्ट करते हुए इसकी उपयोगिता भी स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के क्षेत्र में मूल्यांकन का अर्थ स्पष्ट कीजिए !
- प्रश्न- शिक्षा के क्षेत्र में मूल्यांकन की उपयोगिता स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मापन और मूल्यांकन में सम्बन्ध बताइए।
- प्रश्न- मापन एवं मूल्याँकन में क्या अन्तर है? शिक्षा में इनकी क्या आवश्यकता है?
- प्रश्न- शिक्षा में मूल्यांकन के उद्देश्य और कार्यों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- सतत् और व्यापक मूल्यांकन से आप क्या समझते हैं? विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- आकलन क्या है तथा आकलन क्यों किया जाता है? विभिन्न विद्वानों द्वारा दी गई परिभाषाओं के आधार पर परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- आकलन के क्षेत्र उनकी आवश्यकता तथा शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में आकलन की भूमिका का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में आकलन के प्रकार तथा इसकी विशेषताएँ एवं उद्देश्यों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- आकलन के प्रमुख कार्यों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- आकलन प्रक्रिया के सोपान कौन-कौन से हैं?
- प्रश्न- भौतिक तथा मानसिक मापन क्या होता है? इनका तुलनात्मक अध्ययन कीजिए।
- प्रश्न- सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन का अर्थ एवं परिभाषा दीजिए। सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन के उद्देश्यों तथा उसके स्वरूप का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अच्छे मापन की विशेषतायें बताइये।
- प्रश्न- मापन कितने प्रकार का होता है?
- प्रश्न- शैक्षिक मापन का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मापन के प्रमुख कार्य बताइये।
- प्रश्न- मापन एवं मूल्यांकन के विशिष्ट उद्देश्य बताइए।
- प्रश्न- सतत् तथा व्यापक मूल्यांकन का क्या महत्त्व है? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सतत् और व्यापक मूल्यांकन की विशेषताएँ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- परीक्षण मानक को विस्तार से समझाइये।
- प्रश्न- मानक से आप क्या समझते हैं? ये कितने प्रकार के होते है? अच्छे मानकों की विशेषताएँ बताइए।
- प्रश्न- मानक कितने प्रकार के होते हैं?
- प्रश्न- अच्छे मानकों की विशेषताएँ बताइए।
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- प्रश्न- उपलब्धि परीक्षणों के उद्देश्य बताइये।
- प्रश्न- उपलब्धि परीक्षणों का महत्त्व स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्रमापीकृत परीक्षण का अर्थ स्पष्ट कीजिए तथा इसकी प्रमुख विशेषताओं को बताइये।
- प्रश्न- प्रमापीकृत परीक्षण की प्रमुख विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- एक अच्छे परीक्षण से आप क्या समझते हैं? एक अच्छे परीक्षण की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- एक अच्छे परीक्षण की विशेषतायें बताइये।
- प्रश्न- परीक्षण से आप क्या समझते हैं? इसके विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- परीक्षण की प्रकृति के आधार पर परीक्षणों के प्रकार लिखिए।
- प्रश्न- परीक्षण के द्वारा मापे जा रहे गुणों के आधार पर परीक्षणों के प्रकार लिखिए।
- प्रश्न- परीक्षण के प्रशासन के आधार पर परीक्षणों के विभिन्न प्रकारों को बताइये।
- प्रश्न- परीक्षणों में प्रयुक्त प्रश्नों के आधार पर परीक्षणों के विभिन्न प्रकार लिखिए।
- प्रश्न- प्रश्नों के उत्तर के फलांकन के आधार पर परीक्षणों का वर्गीकरण, कीजिए।
- प्रश्न- परीक्षण में लगने वाले समय के आधार पर परीक्षणों के प्रकार लिखिए।
- प्रश्न- "निबन्धात्मक परीक्षण की कमियों को दूर करने के लिए वस्तुनिष्ठ परीक्षण की आवश्यकता है।" इस कथन के सन्दर्भ में वस्तुनिष्ठ परीक्षण की उपयोगिता का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- निबन्धात्मक परीक्षाओं के गुण एवं दोषों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- निबन्धात्मक परीक्षाओं के दोषों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वस्तुनिष्ठ परीक्षण का अर्थ स्पष्ट कीजिए। इसके उद्देश्य, गुण व दोषों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- वस्तुनिष्ठ परीक्षण के उद्देश्य बताइए।
- प्रश्न- वस्तुनिष्ठ परीक्षणों के प्रमुख गुणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वस्तुनिष्ठ परीक्षण के प्रमुख दोषों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- परीक्षणों का वर्गीकरण कीजिए।
- प्रश्न- मापीकृत उपलब्धि परीक्षण और अध्यापककृत उपलब्धि परीक्षणों में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- बुद्धि के प्रत्यय / अवधारणा को बताते हुए उसके अर्थ एवं परिभाषा तथा बुद्धि की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- बुद्धि को परिभाषित कीजिये। इसके विभिन्न प्रकारों तथा बुद्धिलब्धि के प्रत्यय का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बुद्धि परीक्षण से आप क्या समझते हैं? इसके प्रकारों तथा महत्व का वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- 'बुद्धि आनुवांशिकता से प्रभावित होती है या वातावरण से। स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- बुद्धि के प्रमुख सिद्धान्तों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- व्यक्तिगत बुद्धि परीक्षण की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- व्यक्तिगत बुद्धि परीक्षण की सीमायें बताइये।
- प्रश्न- सामूहिक बुद्धि परीक्षण से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- सामूहिक बुद्धि परीक्षण की विशेषताएँ बताइए।
- प्रश्न- सामूहिक बुद्धि परीक्षण की सीमाएँ बताइए।
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